गुरुवार, 29 सितंबर 2016

पागा कलगी-18 //5//देवेन्द्र कुमार ध्रुव (डी आर)

मुक्तक -1
करौ दरसन भुईयाँ के भगवान के
इही भरथय कटोरा ला जी धान के
सरी जिनगी पहाहे खेती खार मा
इही चिनहा हरे जी हमर किसान के
मुक्तक - 2
जतन करथय अपनेहा खेती खलिहान के
हमर खाना परसादे ऐकर बलिदान के
हमर दाता दुरिहा हे आजो सुख चैन ले
गजब माया दिखथे,ऐ रचना भगवान के....
रचना
देवेन्द्र कुमार ध्रुव (डी आर)
फुटहा करम बेलर
जिला गरियाबंद (छ ग)

पागा कलगी-18//4//जीतेन्द्र वर्मा "खैरझिटिया"

मुक्तक(1)
मापनी-22 22 22 221 22
तन मन करिया हेवे,मांजेल पड़ही।
मन ल मया के पाग म,बांधेल पड़ही।
थूके - थूक म थोरे,चूरहि बरा जी,
महिनत करके हाँड़ी,राँधेल पड़ही।
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मुक्तक(2)
मापनी- 22 22 221 22
अब तो आघू,आयेल लगही।
मिल-जुल तोला,खायेल लगही।
छेल्ला घुमबे त , नई बने जी,
मिलके राज , चलायेल लगही।
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जीतेन्द्र वर्मा "खैरझिटिया"
बालको(कोरबा)
9981441795

पागा कलगी-18//3//आचार्य तोषण

"दाई के कहिनी बेटा बर"
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चिमनी ममता के बुताबे झन
दाई के अछरा भुलाबे झन
जोहत हे रसदा अगोरा मा
परदेसी बन बेटा गंवाबे झन
२२२ २२२ १२२ २
भाये बड़ मोला तोर बाला पन
देखत बदरा छावय निराला पन
अघुवन पछुवन किंजरै टुरा सेना
देखाबे तै झन कभु ग हाला पन
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-आचार्य तोषण

पागा कलगी-18//2//जगदीश "हीरा" साहू

बहर- 212221122111221122
तोर आँखी के कजरा मा, अटक गेहे मन मोरे ।
तोर झुल-झुल के रेंगना मा, भटक गेहे मन मोरे।।
मोला कतका तै अउ तरसाबे, अब इहाँ वो सुन रानी,
तोर हाँ के देखत रसता, झटक गेहे मन मोरे ।।
(रेंगना- रें मा अउ मोला -ला मा भार गिराये गेहे )
बहर- 21212221212
तोर मीठ बोली, मोर जान हे।
तोर ये ठिठोली, मोर जान हे।।
तोर छोड़ के जाते बिरान हे,
आज एक होंली, मोर जान हे।।
जगदीश "हीरा" साहू (२७९१६)

शुक्रवार, 23 सितंबर 2016

पागा कलगी-18//1//चोवा राम ‘बादल‘

बहर---2122 2122 2122 2122
राम जप ले ,राम जप ले, राम जप ले ,राम जप ले
आहि जम हा, बाँध तोला,ले जही गा,मार झप ले 
ओनटा में, कोनटा में , कोन कोती ,तैं लुकाबे 
काल के हे, दांत धरहा , चाब देही , देख चप ले ।

चोवा राम ‘बादल‘

सोमवार, 19 सितंबर 2016

//पागा कलगी-17 के परिणाम//



//पागा कलगी-17 के परिणाम//
अवधि- 1 सितम्बर 16 से 16 सितम्बर तक
विषय. जय जय श्री गणेशा
विधा-मुक्तक
संचालक- श्री चैतन्य जितेन्द्र तिवारी (पागा कलगी.7 के विजेता)
निर्णायक-परम आदरणीय, श्री मुकुन्द कौशल, वरिष्ठ साहित्यकार, गजलकार, गीतकार, दुर्ग
ये आयोजन पहिली बार विधा आधारित रहिस, विधा म होय के बाद घला कुल 17 रचनाकार संगीमन के रचना प्राप्त होइस, ये हमर कवि भाई मन के विधा के प्रति सीखे के भाव ला बतावत हे । सबो संगी मन के हृदय ले आभार ।
ये अंक के निर्णायक परम आदरणीय, श्री मुकुन्द कौशलजी, वरिष्ठ साहित्यकार, गजलकार, गीतकार, दुर्ग
हा जम्मो रचना के तारिफ करत ये आयोजन के प्रशंसा करत सबो रचनाकार ला बधाई कहे हे अउ अवइया अंक बर सबो रचनाकार ला शुभकामना पठोय हे ।
छत्तीसगढ़ मंच डहर ले आदरणीय कौशलजी के बहुत बहुत आभार ।
पागा कलगी 17 के पागा निर्णायक के अनुसार ये प्रकार पहिराये जात हे -
पहिली विजेता-श्रीमती आशा देशमुख
एनटीपीसी जमनीपाली कोरबा
दूसर विजेता-देवन ध्रुव
तीसर विजेता-सुनिल शर्मा ‘नील’
थानखम्हरिया, बेमेतरा, छ.ग.
सबो विजेता संगीमन ला अंतस ले बधाई

//पागा कलगी-17 के परिणाम//



//पागा कलगी-17 के परिणाम//
अवधि- 1 सितम्बर 16 से 16 सितम्बर तक
विषय. जय जय श्री गणेशा
विधा-मुक्तक
संचालक- श्री चैतन्य जितेन्द्र तिवारी (पागा कलगी.7 के विजेता)
निर्णायक-परम आदरणीय, श्री मुकुन्द कौशल, वरिष्ठ साहित्यकार, गजलकार, गीतकार, दुर्ग
ये आयोजन पहिली बार विधा आधारित रहिस, विधा म होय के बाद घला कुल 17 रचनाकार संगीमन के रचना प्राप्त होइस, ये हमर कवि भाई मन के विधा के प्रति सीखे के भाव ला बतावत हे । सबो संगी मन के हृदय ले आभार ।
ये अंक के निर्णायक परम आदरणीय, श्री मुकुन्द कौशलजी, वरिष्ठ साहित्यकार, गजलकार, गीतकार, दुर्ग
हा जम्मो रचना के तारिफ करत ये आयोजन के प्रशंसा करत सबो रचनाकार ला बधाई कहे हे अउ अवइया अंक बर सबो रचनाकार ला शुभकामना पठोय हे ।
छत्तीसगढ़ मंच डहर ले आदरणीय कौशलजी के बहुत बहुत आभार ।
पागा कलगी 17 के पागा निर्णायक के अनुसार ये प्रकार पहिराये जात हे -
पहिली विजेता-श्रीमती आशा देशमुख
एनटीपीसी जमनीपाली कोरबा
दूसर विजेता-देवन ध्रुव
तीसर विजेता-सुनिल शर्मा ‘नील’
थानखम्हरिया, बेमेतरा, छ.ग.
सबो विजेता संगीमन ला अंतस ले बधाई