गुरुवार, 29 सितंबर 2016

पागा कलगी-18 //5//देवेन्द्र कुमार ध्रुव (डी आर)

मुक्तक -1
करौ दरसन भुईयाँ के भगवान के
इही भरथय कटोरा ला जी धान के
सरी जिनगी पहाहे खेती खार मा
इही चिनहा हरे जी हमर किसान के
मुक्तक - 2
जतन करथय अपनेहा खेती खलिहान के
हमर खाना परसादे ऐकर बलिदान के
हमर दाता दुरिहा हे आजो सुख चैन ले
गजब माया दिखथे,ऐ रचना भगवान के....
रचना
देवेन्द्र कुमार ध्रुव (डी आर)
फुटहा करम बेलर
जिला गरियाबंद (छ ग)

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