मार्च के पहिली पखवाड़ा म ‘होली हे‘ विषय म प्रतियोगिता होइस । जेमा कुल 11 रचना आइस । ये आयोजन के निर्णायक श्री तुकाराम कंसारी रहिन । कंसारीजी के अनुसार-‘‘हर प्रतिभागी के रचना ह सुघ्घर हे । नाममात्र सुधार के बाद श्रेष्ठ रचना बन जाही । उनकर सामान्य गलती लय टूटना, गलत तुकान्त, तुकान्तता के अभाव, शब्द के मात्रा बिगाड़ के लिखना हे ।‘‘ प्रतियोगिता म बिना गलती या सबसे कम गलती वाले रचना ल चुने जाथे । ये आधार म ये प्रतियोगिता के परिणाम ये प्रकार हे-
पहिली विजेता- श्री जीतेन्द्र वर्मा ‘खैरझिटिया‘
दूसर विजेता- श्री अनिल कुमार पाली
दूनों विजेता ला मंच के तरफ ले अंतस ले बधाई, सबो प्रतिभागी मन के आभार ।
संयोजक
छत्तीसगढ़ी साहित्य मंच
पहिली विजेता- श्री जीतेन्द्र वर्मा ‘खैरझिटिया‘
दूसर विजेता- श्री अनिल कुमार पाली
दूनों विजेता ला मंच के तरफ ले अंतस ले बधाई, सबो प्रतिभागी मन के आभार ।
संयोजक
छत्तीसगढ़ी साहित्य मंच