बुधवार, 16 नवंबर 2016

पागा कलगी -21 //11//ज्ञानु मानिकपुरी"दास"

"छत्तीसगढ़ महतारी"
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हमर "छतीसगढ़ महतारी" हे।
हम छत्तीसगढ़िया के चिनहारी हे।
छत्तीसगढ़ी गुरतुर सुघ्घर बोली हे
ऐहर साकक्षात् देवी के अवतारी हे।
ऐला कहिथें भैया 'धान के कटोरा'
संगे संग होथे घला ओनहारी हे।
हरियर हरियर सोनहा भुईया अंग हे
रुखराई,नदी नरवा सिंगार डोंगरी पहाड़ी हे।
जेखर बेटा मेहनती मजदूर अउ किसान हे
सेवा करत दिनरात बड़ भारी हे।
भाजी,सुकसा,रखियाबरी,कोंचई,जिमिकांदा
भाटा,खोईला,मुनगा,पताल चटनी तरकारी हे।
ईहा के पकवान ला का बतावव संगी
अईरसा,ठेठरी,खुरमी,बरा-सोहारी हे।
करमा,ददरिया,सुआ,जसगीत पहिचान हे
तिहार हरेली,तिजापोरा,होली,देवारी हे।
सुआ,मैना,कोयली सुघ्घर महिमा गावत हे
चरन् पखारत अरपा,पैरी,महानदी के अमरित धारी हे।
कोरबा के बिजली दुनिया भर बगरे हे
सोनाखान के सोना विकास मा हिस्सादारी हे।
कोइला,लोहा,अयस्क के भरे हे खदान
जड़ी-बूटी ,वनस्पत्ति के ईहा भरे भंडारी हे।
डोंगरगढ़ बमलाई अउ रतनपुर महामाई हे
दरसन पावत जम्मो सुघ्घर नरनारी हे।
राजिम परयाग जिहा खजुराहों भोरमदेव
कतेक ला बतावव संगी महिमा भारी हे।
गिरोदधाम ले बाबा घासीदास सत् के अलख जगईन
दामाखेड़ा मा सद्गुरु साहेब कबीर के अवतारी हे।
ये भुईया के पावन कोरा मा संगी
अवतरिन कतको रिषी मुनि ज्ञानी हे।
बिलासपुर मा सबले बड़े नियालय हे
सत्ताईस जिला हे अउ रयपुर राजधानी हे।
इही मया के मीत हे,इही मया के गीत हे
बन जाथे जिनगी भरके संग संगवारी हे।
हमर "छतीसगढ़ महतारी" हे।
हम छत्तीसगढ़िया के चीनहारी हे।
ज्ञानु मानिकपुरी"दास"
चंदेनी कवर्धा

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