शुक्रवार, 11 नवंबर 2016

पागा कलगी -21 //2//मनीराम साहू 'मितान'

@@मोर छत्तीसगढ़ महतारी@@
सुत उठ के तोला जोहारवँ,
दिन-रात करवँ तोर चारी।
जय होवय तोर, जय होवय,
मोर छत्तीसगढ़ महतारी।
भारत माँ के दुलौरिन अस तैं,
तोला कइथे कटोरा धान के।
तोर मया म दुलराइस दाई,
बीर नारायन सोना खान के।
धन भाग हमु जनम पायेन,
पायेन तोर दुलार वो भारी।
जय होवय....................
रुखराई,खेत-खार दिखे तैं,
जीव,चिरई-चिरगुन,चाँटी म।
तोर दरस ल रोजे पाथवँ,
मोर गाँव के धुर्रा-माटी म।
सुग्घर तोर रूप हवय वो,
दिखथस कोदो-साँवर कारी।
जय होवय....................
खरतरिहा हे तोर लइका मन,
कर देथे पथरा ल पिसान वो।
उवत-बुड़त कमावत रइथे,
जेन मन ल कइथे किसान वो।
संगी उँकर नाँगर-बइला,
'तुलसी दल' हे उँकर तुतारी।
जय होवय.....................
तोर सेवा म जिनगी बीतय,
दे सकन समे म सीस वो।
सच के रद्दा ल झन छोड़िन,
दे अइसन हमला असीस वो।
जुर-मिल सुनता म राहन,
अइसने पटय सबो के तारी।
जय होवय..................
मनीराम साहू 'मितान'
कचलोन(सिमगा)बलौदाबाजार
(छ.ग.)493101
मो. 9826154608

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