विषय:--हिंगलाज माई
विधा:--मुक्तक
(०१)
बहर-222 121 221 222 22
बहर-222 121 221 222 22
माई हिंगलाज ओ तोर महिमा न्यारी हे।
दाई हिंगलाज ओ तोर महिमा भारी हे।
लेवव तोर नांव अंजोर करदे जिनगी मा,
माता हिंगलाज ओ तोर जस हितकारी हे।
दाई हिंगलाज ओ तोर महिमा भारी हे।
लेवव तोर नांव अंजोर करदे जिनगी मा,
माता हिंगलाज ओ तोर जस हितकारी हे।
(०२)
बहर-222 212 222 221 2
बहर-222 212 222 221 2
तोरे मंदीर ओ दाई सीमा पार हे।
नदिया हिंगोल के दाई निरमल धार हे।
ल्यारी तहसील जे परथे पाकिस्तान मा,
करले स्वीकार भारत माँ के जोहार हे।
नदिया हिंगोल के दाई निरमल धार हे।
ल्यारी तहसील जे परथे पाकिस्तान मा,
करले स्वीकार भारत माँ के जोहार हे।
रचना:--सुखदेव सिंह अहिलेश्वर"अंजोर"
गोरखपुर,कवर्धा
9685216602
गोरखपुर,कवर्धा
9685216602
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें