छत्तीसगढ़ी मा लिखव, अपन मया के गीत । खोल अपन प्रतिभा इहां, ये संगी मनमीत ।। -रमेश चौहान
इहां जाके घला देखव-
प्रतियोगिता के नियम
सुरता
छत्तीसगढ़ी मंच
रविवार, 16 अक्तूबर 2016
पागा कलगी 19//2//जगदीश "हीरा" साहू
हिंगलाज माई
बहर - 11112112122
दुःख हरले हिंगलाज माई।
सुख भरदे हिंगलाज माई।।
अब ककरो विसवास नइहे,
शरन म ले हिंगलाज माई।।
जगदीश "हीरा" साहू(१०१०१६)
9009128538
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें