रविवार, 16 अक्तूबर 2016

पागा कलगी 19//2//जगदीश "हीरा" साहू

हिंगलाज माई
बहर - 11112112122
दुःख हरले हिंगलाज माई।
सुख भरदे हिंगलाज माई।।
अब ककरो विसवास नइहे,
शरन म ले हिंगलाज माई।।
जगदीश "हीरा" साहू(१०१०१६)
9009128538

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