गुरुवार, 1 सितंबर 2016

पागा कलगी-16 //23//तरूण साहू "भाठीगढ़िया"

कुण्डलिया छंद
कइसे भेजव राखि
==========
भइया हे मोर दुरिहा, दुरिहा हे घर द्वार ।
भरगे नदिया नरवा ह, जांवव कइसे पार।।
जांवव कइसे पार, रद्दा म नदिया कछार ।
भेजव कइसे राखि, परब हे राखि तीहार ।।
कोन ह मइके जाहि, भइया हे भाठिगढ़िया ।।
राखि कोन ले जाहि, दुरिहा हे मोर भइया ।।
राखि ले जाबे पड़की, तै भइया के तीर ।
तै सुना देबे मैना, छुटकि बहिनि के पीर ।।
छुटकि बहिनि के पीर, रोवत हे दिन अउ रात ।
बहिनी के नयना म, सावन भादो बरसात ।।
तरूण अस करलई म, बहिनि बोहावथे आँखि ।
भइया ह कलाई म, बन्धवाही मोर राखि ।।
तरूण साहू "भाठीगढ़िया"
ग्राम भाठीगढ़
तहसील+पोस्ट मैनपुर
जिला गरियाबन्द ( छ ग )
मोबाईल नम्बर ९७५४२३६५२१ ९७५५५७०६४४

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें