रविवार, 15 मई 2016

पागा कलगी 9 बर//ज्ञानु मानिकपुरी

कइसे आही सुराज
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जनता फोकट के चाउर ,नून म भुलागे।
गांव -शहर ह दारू गांजा म मतागे।
आगी लगय तोर जांगर म रे जांगरचोट्टा
फोकट के खाके अपन करम ल भुलागे।
वाह रे सरकार! अउ तोर वादा।
समझ नइ आय का हे तोर इरादा।
ये करेंगे, वो करेंगे, ये सकल्प हमारा है कहिथे
कतेक ल ठगबे रे मिठलबरा ज्यादा।
सुनत रेहेव ग्राम सुराज में हमर,
मुख्यमन्त्री साहब के भाषण ल।
मन्दारी आथे त गांव वाले मन सकेला जथे,
ताली बजाके वइसने देखत हे तमाशा ल।
मुख्यमन्त्री साहब कहय 2 साल में पुरे गांव गांव में बिजली पहुँच जहि,
जनता पूछत हे 15 साल के का झकमारत हस।
बस हमने ये किया हमने वो किया,
अपन झूठा सेखी बघारत हस।
जेन मंत्री अउ अधिकारी मन ,
हमर बर योजना बनाथे।
ऎ.सी. रूम म बइठे हे अउ,
बिसलरी पानी पियथे ।
एक दिन गर्मी में निकले ले,
गरीब किसान संग बइठ के खावत हस।
सुराज कइसे आही साहेब,
चार दिन बाद का कहे हव भुलावत हस।
बाई के ईलाज बर पइसा नइये,
घर म साग भाजी नइये।
कतेक दुःख ल बताओ साहेब,
लइका बर पुस्तक कॉपी नइये।
चइत- बैशाख म उखरा पाव के रेंगई,
कांटा - खूंटी गड़थे।
उमला का पता गरीबी का होथे,
जेन हवाई जहाज म उड़थे।
अब जाग जाओ मोर भाई मन,
पर हाथ कंचन काया नइ होवय।
अपन आँखी म नींद आथे संगी हो,
अपन हाथ सुराज हे, कोखरो कहे ले कुछु नइ होय।........कोखरो कहे के कुछु नइ होय।
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आप मनके छोटे भाई
ज्ञानु मानिकपुरी
चंदेनी (कवर्धा)
9993240143

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