बुधवार, 13 जनवरी 2016

पागा-कलगी-1// महेश पांडेय मनु

//बदलाव नवा साल मा//

परबुधिया संगी मन ला जगाबो हर हाल म ।
मिलजुल के लाके रहिबो बदलाव नवा साल म ।।
सुम्मत सुनता के डोर म सब बंध जाबो
नइ फंसन अकारथ सुवारथ के जाल म ।।
माटी के लाल हम कर दब जब्बर गोहार
हमर हक छिनैया ह पड़ जही बवाल। म। ।।
नास नसा के करबो रद्दा हम नवा गढ़बो
जगमग होही छत्तीसगढ़ एकता के मसाल म ।।
अपन भाखा औ बोली के मान ला बढ़ाबो हम
नइ आवन मिठलबरा परदेसिया मन के चाल म ।।

-महेश पांडेय मनु

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