बुधवार, 13 जनवरी 2016

पागा-कलगी-1// देवहीरा लहरी

नवा बछर ---------------------------------- नवा बछर म करव अईसन काम गलत रददा ल छोड़व हो जाही उंचा नाम कई परवार लुटगे जिनगी होगे खराब बात हमर मानव एसो छोड़ देव सराब दारू मऊहा पी के झन करव लड़ाई सुग्घर जिनगी जियव लईका ल करवाव पढ़ाई दाई-ददा के सेवा करके करव अईसे चमत्कार अब कोनो नोनी बहिनी के झन होवय बलात्कार मेहनत मजदूरी करके जांगर टोर कमाबो एसो नवा बछर म सुग्घर जिनगी ल सजाबो महतारी उपर नजर गड़ाही मारबो करबो ओला बेइज्ज काकरो बेटी बहिनी महतारी के अब झन लुटय इज्जत जुरमिल के संग चलव अऊ छोड़व जातिवाद ल माटी के बईरी ल मारव खतम करव आतंकवाद ल नवा बछर म नवा सोच गाड़ी सही रद्दा म चलाव दुख दरद भाग जाही जिनगी म आही बदलाव ------------------------------------------ रचना - देव हीरा लहरी चंदखुरी फार्म रायपुर मोबा :- 9770330338

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