बुधवार, 24 फ़रवरी 2016

पागा-कलगी क्र.4 //सुनिल शर्मा"नील"

"""चलव बनाबो अइसन दुनिया"""
*********************************
जिहां बेटी ल जीए के अधिकार मिलय
दहेज खातिर कोनो बलि झन चढ़य
झन होवय आत्महत्या किसान के
जुरमिल खावय सब रोटी ईमान के
गिरय अमीरी अउ गरीबी के भीतिया
झन सोवय कोनो भूखे पेट रतिहा
साफ-सफई रहय गाँव,गली,खोर
शिक्षा के फइलय घर-घर अंजोर
चलव बनाबो अइसन ..............
झन रहय कपट अउ जलन के खाई
मिलय राम ल भरतलाल कस भाई
न नसा रहय,न रहय नास के जर
बोली मया-पिरित के होवय घर-घर
भारत म बिकास के गोंदा फुलय
धन के गरब म कोनो झन झूलय
आतंकवाद कभू मुड़ी झन उठाय
सीमा म बेटा परान झन गवाय
चलव बनाबो अइसन ...............
भ्रष्टाचार के हो जावय देश ले नाश
सुवारथ के कोनो झन बनय दास
झन घुमय लइका पढ़ लिख निरास
पूरा होवय सबके रोजगार के आस
सियान ल मिलय अतका सनमान
खोजे मत मिलय वृद्धाश्रम के नाम
भुइयां बचाय बर होय जागरूकता
लहरावय "तिरंगा" होवय अइसन बुता|
चलव बनाबो अइसन .............
*********************************
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ.ग.)
7828927284
9755554470
दिनाँक-24/02/2016
CR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें