मंगलवार, 12 अप्रैल 2016

पागा कलगी-7//रामेश्वर शांडिल्य

जेवारा के महिमा
जेवारा के महिमा सुनाथव जी 
भक्ति भावना ल जगावथव जी
जेन हर गाए जश,
तेन हर पाए यश, ।
जे करे नौव दिन सेवा,
वो पाए फल व मेवा।
जेकर घर गांव म
जेवारा बोवाथे ग।
वोकर गांव घर म,
भक्ति गंगा बोहाथे ग।
मादर ढोल झाझ मंजीरा,
हरथे सबके दुख पीरा।
झूपत झूपत देवता आए,
जोत देख भूत भाग जाए।
झूम झूम के गाथे.
जेवारा के गीत।
नता गोता सब आथे।
कोन बैरी कोन मीत।
भाईचारा एकता सेवा म.
जुड़ जाथे जी।
रसता भूलाये मनसे हर.
भक्ति भाव म मुड आथे जी ।
सब झन के मन म.
होथे ये अरमान।
जेवारा दाई देवय.
हमला सुख वरदान ।
भक्ति भाव ल जगाथव जी ।
जेवारा के महिमा सुनाथव जी।

-रामेश्वर शांडिल्य
हरदीबाजार कोरबा
8085426597

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