शुक्रवार, 8 अप्रैल 2016

पागा कलगी-7//अमन चतुर्वेदी *अटल*

जंवारा नेवता
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देवत हंव मैं नेवता
दाई ये पारा वो पारा
तोर नांव के मोर दाई
बोवत हंव जंवारा
चइत कुंवार के सुघ्घर बेला
धर के मैं नरियर के भेला
पान सुपारी बंदन चंदन
तोला मनावंव करके वंदन
तोर नांव के बिरही फिजोयेंव
मन भक्ति के आस संजोयेंव
तोला बंदंव मैं देबी मइया
करदे भक्ति के दाई छंईहा
एक्कम के मैं जोत जलायेंव
चारो मुड़ा जंवारा बोवायेंव
जस जंवारा के गीत ला गावंव
संझा बिहनिया तोला मनावंव
गांव के डिही डोंगर के देवता
सुमर के मैं देवत हंव नेवता
हुम धुप धर तुंहला गोहरावंव
पाके नेवता अंगना बिराजव
गस्ती मे बइठे मोर ठाकुर देव दाई
सुमर के ओला मनावंव मोर माई
आन बिराजो देवता गस्ती के
करिहव सहाय देवता बस्ती के
जइसे जइसे दिन हर बाढे़
जंवारा हर सुघ्घर लहराये
बइगा पंडा रोज सेवा बजाये
संझा बिहनिया जस ला गाये
चौंसठ जोगिनी तोला चढ़ायेंव
तीन रंग के ध्वजा लगायेंव
पंचमी के दाई पंच भोग लगावंव
दण्डाशरण तोर पंइया लागंव
तरिया के तीर मोर शीतला दाई
शीतल कर देबे मोर गांव
दया के तोरे छंईहा राहय दाई
रोज रोज पखारन तोर पांव
देखते देखत दिन हर नहाकगे
सेवा बजावत अष्टमी हर आगे
छप्पन कोटी देंवता ला सुमिरंव
हुमन मे सब दुख ला झपावंव
नम्मी आगे होवत हे तियारी
जंवारा के लगे हे कियारी
गंगा अस्नान बर चलव मोर दाई
सगुरिया म डुबकी लगावव माई
दया मया ला राखे रहिबे दाई
सुमिरत हंवव तोला महामाई
दुख बिपदा झन गांव म आये
चइत कुंवार तोर जंवारा लहराये
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✍�अमन चतुर्वेदी *अटल*
ग्राम बड़गांव डौंडी लोहारा
बालोद छत्तीसगढ़
09730458396

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