गुरुवार, 11 अगस्त 2016

पागा कलगी-15 //14//मनमोहन सिंह ठाकुर

माटी के दियाना कस संगी देस के खातिर जरबो 
देस बर जीबो देस बर मरबो देसबर सब कुछ करबो ....

छाए हे अँधियारी घुप घुप 
घुघुवा के इहाँ राज हे 
साव.के हाथ पाँव बँधागे 
चोर के मुड़ म ताज हे 
आओ संगी चोर जमों ल 
चना बरोबर दरबो ....
देस बर जीबो ...........

लात के भूत माने नी ही 
तू कतकॊ कर ल बात 
बात समझ म ओला आथे 
जब पर थे ओला लात 
गद्दार जमों ल धान ब रो बर 
ढेकी मा अब दरबो .........
देस बर जीबो ...........

जर गिन शिवा सुभाष लक्ष्मी 
वीर नारायण जर गिन 
राज़ गुरु शुकदेव भगत सिंह 
हँसत फाँसी चढ़ गिन 
भारत माँ के पीराजमों ल 
जुर मिल के हरबो ...........
देस बर जीबो देस बर .मरबो .............

मनमोहन सिंह ठाकुर 
हनुमान चौक ,खरसिया .

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें