"देश बर जीबो अउ देश बर मरबो"
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गीत
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बंदे मातरम् बंदे मातरम् गाबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
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गीत
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बंदे मातरम् बंदे मातरम् गाबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
1-भूल जावव संगी मज़हब के बात ल।
झन करव संगी मतलब के बात ल।
मनखे अव मनखे बनके रहव जी।
गीता के संग कुरान घला पढ़व जी।
हिन्दू-मुस्लिम,सिक्ख-ईसाई संग साथ रहिबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
झन करव संगी मतलब के बात ल।
मनखे अव मनखे बनके रहव जी।
गीता के संग कुरान घला पढ़व जी।
हिन्दू-मुस्लिम,सिक्ख-ईसाई संग साथ रहिबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
2-सरग ले सुघ्घर ये पावन धरा हे।
जिहा बहत तिरवेनि के अमरितधारा हे।
बैर,कपट ,राग,द्वेष ल छोड़व जी।
सबले भाईचारा के नता जोड़व जी।
ऊच-नीच, जाति-पाती के भेदभाव ल दूर करबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
जिहा बहत तिरवेनि के अमरितधारा हे।
बैर,कपट ,राग,द्वेष ल छोड़व जी।
सबले भाईचारा के नता जोड़व जी।
ऊच-नीच, जाति-पाती के भेदभाव ल दूर करबो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
3-तोर सेवा करत कतको होंगे बलिदानी।
आज़ादी मिले हमला वीर सपूत मनके क़ुरबानी।
आवव सब जुरमिल के येखर जतन करि।
देश बर अपन जिनगी ल अरपन करि।
येखर सम्मान बर सदा लड़बो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
आज़ादी मिले हमला वीर सपूत मनके क़ुरबानी।
आवव सब जुरमिल के येखर जतन करि।
देश बर अपन जिनगी ल अरपन करि।
येखर सम्मान बर सदा लड़बो
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
4-हरदम नेक रसता म चलबो।
देशसेवा,देशहित बर काम करबो।
मातृभूमि बर सदा निछावर रहिबो।
बईरी दुश्मन ल मज़ा चखाबो।
लहर लहर तिरंगा ल लहराबो।
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
देशसेवा,देशहित बर काम करबो।
मातृभूमि बर सदा निछावर रहिबो।
बईरी दुश्मन ल मज़ा चखाबो।
लहर लहर तिरंगा ल लहराबो।
देश बर जीबो अउ देश बर मरबो।
बंदे मातरम् बंदे मातरम् गाबो।
देश बर जीबो अउ देश मरबो।
देश बर जीबो अउ देश मरबो।
ज्ञानु मानिकपुरी "दास"
चंदेनी कवर्धा
9993240143
चंदेनी कवर्धा
9993240143
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