सोमवार, 15 अगस्त 2016

पागा कलगी-15 //16//सूर्यकांत गुप्ता

देस बर जीबो देस बर मरबो
देस बर जीबो देस बर मरबो सिरतों बचन निभाबो
आजादी के अतलँगहा ला सीधा सरग देखाबो
भारतदाई ला कलकुत ले मिलजुल जउन उबारिन
उंखर कुरबानी के नेता हालत का कर डारिन
सहन नही अन्याय ल इंखर अब तो सबक सिखाबो
देस बर जीबो देस बर मरबो सीधा सरग देखाबो
कहाँ गँवागै अब वो ज़ज्बा मानन तोला दाई
दरथें छाती मा अब कोदो काट काट रुख राई
नई सहावय अब ये करनी पापी ला भुगताबो
देस बर जीबो देस बर मरबो सीधा सरग देखाबो
खादी खाकी के डरेस मा देस प्रेम दरसाथें
गाँधी नेहरू अउ पटेल के गुन एके दिन गाथें
राजनीति के दल हे बाढ़े दल दल मा ओला धँसाबो
देस बर जीबो देस बर मरबो सीधा सरग देखाबो
आजादी ला पाके सबझन दाइ के दरद भुलागैं
मुखिया के चक्कर मा भाई देस घलो ह बँटागै
फल भोगत हें जनता ओकर कइयों होम देवाके
घड़ियाली आँसू बोहवावत उन रहत मस्त हें फाँके
अइसन मनखे मन ला जुरके मुख कालिख पोतवाबो
देस बर जीबो देस बर मरबो देस ला सरग बनाबो
जय हिंद ..जय भारत..
सूर्यकांत गुप्ता
सिंधिया नगर दुर्ग (छ. ग.)

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