बुधवार, 10 अगस्त 2016

पागा कलगी-15//13//नन्द वर्मा

देश बर जीबो, देश बर मरबो।
देश बर जीबो, देश बर मरबो के सिद्धांत ले,
आजाद होइस हे हमर ए हिंदुस्तान।
उहि दिन ले आज तक झंडा फहरावत हे,
लईका सियान अउ सबो जवान।
याद करव ओ दिन ल, जेन दिन म,
हजारो लाखो मन होइस हे कुर्बान।
कतका गंभीर रहिस हे ओ पल ह,
जीहां बोहाइस, होली कस लहू के निसान।
1945 के हत्याकांड दिल बहला देते अउ,
उड़ा देथे चेहरा के हंसी-मुस्कान।
तेने दिन ले आए तिरंगा म,
हमर ए अशोक चक्र के निसान।
थोकन सहीद मन बर घलो पराथना कर लव,
देस के जियत जागत नवजवान।
नवजवान एखर सेती कहिथव काबर की,
पढ़ई के बाद सब भुला जाथे जवान।
नन्द वर्मा,
नवागांव, नवागढ़,
मो. 9713208662

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