शुक्रवार, 11 मार्च 2016

पागा क्र 5//- हेमलाल साहू

हमार जुन्ना खेल नदागे।
हमार जुन्ना खेल ला, चल संगी लाबोन।
तन के कमजोरी भगे, ताजगी जगाबोन।।
हमार जुन्ना खेल नदागे।
देख कइसन जवाना आगे।।
नानपन के खेल हा नदागे।
सुरता बन आखी म समागे।।
गांव म गिल्लि डण्डा नदागे।
मनखे बीच गोला लुकागे।।
जुन्ना रेसटीप हा सिरागे।
पतरगरहि के खेल नदागे।।
देख बाटी भौरा लुकागे।
खो- खो, फुगड़ी कहा गवागे।।
तरिया के छु छुवाल सिरागे।
पुतरि पुतरा बिहाव नदागे।।
तीरी पासा कहा गवागे।
पासा के खेलिया नदागे।।
नदी पहाड़ खेल ह लुकागे।
अखमुंदा के खेल नदागे।।
अटकन बटकन कहा गवागे।
धुर्रा फुतकी खेल ह नदागे।।
देख आज मो. के गेम आगे।
सबो आज टी.बी. म भुलागे।।
पहली असन तन नई हावे।
खेल बिना कमजोर हावे।।
चल न जी जुन्ना खेल लाबो।
अपन खेल ला हमन बचाबो।।
परयास हवे मोर गा, देहु बने तुम ध्यान।
लिखे हाव मैहा बने, कमी ढूँढ दे ज्ञान।।
- हेमलाल साहू
ग्राम- गिधवा ,पोस्ट- नगधा
तहसील - नवागढ़ , बेमेतरा

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