शुक्रवार, 18 मार्च 2016

पागा कलगी -6//संतोष फरिकार

"आज होरी तीहार ए"
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आज होरी तीहार हरय
पीचकारी म रंग भरय
संगी संग गुलाल खेलय
ईही म मया बाढ़य
आज होरी तीहार ए
सबो के सुरता आथे
सबके मथा म टीका लगाथे
संगी के मया बाढ़य
ईही होरी के चिन्हा हरय
आज होरी तीहार ए
रात भर होरी जलावत
दिन म सबो नहावत
मया के गोठ गोठीयावत
सबो झन मजा ऊड़़ावत
आज होरी तीहार ए
नानपन म होरी खेलत
एक दुसर म रंग लगावत
सबो सुख ल पावत
जमो संगी संग मिलत
आज होरी तीहार ए
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रचना - संतोष फरिकार (मयारू)
ग्राम - देवरी भाटापारा
जिला - बलौदाबाजार

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