रविवार, 13 मार्च 2016

पागा कलगी क्र.5 //ओमप्रकाश चौहान

नंदागे हमर जम्मो खेल
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बिही बारी अउ ओ डोंगरी के खेल
डंडा पचरंगा अउ ओ संगीमन के रेल
काहां मेर लुकागे अउ काहां मेर छेकागे
अब तो बिते बछर होगे हमर जम्मो खेल,
भौंरा बांटी अउ ओ जनउला के खेल
गाँव गली अउ ओ सुग्घर सुनता के मेल
काहाँ मेर लुकागे अउ काहां मेर छेकागे
कारी पाख बनगे हमर जम्मो खेल,
खो खो कबड्डी अउ ओ ढेलवा के खेल
नोनी बाबु अउ ये सांझर मिंझरा के मेल
काहां मेर लुकागे अउ काहां मेर छेकागे
अंधयारी रतिहा होगे हमर जम्मो खेल,
सुर रेस टीप अउ ओ खिलाचोर के खेल
संझा बिहना अउ ये मंझनिया के खेल
काहाँ मेर लुकागे काहाँ मेर छेकागे
अब तो पहुना होगे हमर जम्मो खेल,
बइला गाड़ी अउ ओ झुलना दउंरी के खेल
मया मयारू अउ पावन पिरीतिया के मेल
काहां मेर लुकागे अउ काहां मेर छेकागे
बस पुन्नी के चंदा होगे हमर जम्मो खेल,
अटकन बटकन अउ ओ जनउँला के खेल
बबा दाई अउ ओ लोरी कहानी के मेल
काहां मेर लुकागे अउ काहां मेर छेकागे
खाली सुरता बनगे हमर जम्मो खेल,
चकरबिलस अउ ओ गोंटा भटकउला के खेल
सांझर मिंझरा अउ ओ नोनी मन के मेल
काहां मेर लुकागे अउ काहाँ छेकागे
अब तो परदेसी होगे हमर जम्मो खेल।
" ओमप्रकाश चौहान "
" बिलासपुर "

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