मंगलवार, 1 मार्च 2016

पागा कलगी ५//संतोष फरिकर

"हमर नदावत खेल"
हमर नदावत खेल
बिहनिया के बाटी भौरा
स्कुल के खो खो कबड्डी
भाठा के गील्ली डंन्डा
गुडी के रयचुली
हमर नदावत खेल
संझा के बेरा घोड़ा कुदंऊल
रात कुन के रेशटीप
खेलन संगी संगवारी
रहिस हवय हमर चिन्हारी
हमर चिमनी के पढ़ंई
नदावत हमर खेल
मझनिया के भटकुल खेलंई
अऊ खेलंई तीरी पासा
काय करन संगवारी
नई हेवय अब ए खेल के आसा
हमार नदावत खेल
कैची फांक सयकिल चलंई
बरसात म बेलन दौड़ंई
टीप टीप गरमी म आमा तोडंई
आज होगे कुलर म रहंई
संझा के बेरा पतंग ऊडंई
हमार नदावत खेल
नदावत हवय रस्सी दौऊड़
अऊ बोरा के दौऊडं
गली के चकरबिल्लस
बहिनी मन के फुगड़ी
हमार नदावद खेल
बहीनी मन के गोटा खेलंई
अऊ घोर घोर रानी
संगवारी मन के अटकन बटकन
नानकून के टायर दौड़ंई
फोदा के मरंई
हमार नदावत खेल
बहीनी संग अटकन बटकन
संझा कन आखी मुन्दा
रात कुन छु छुवाल
हमर संगवारी के अखाड़ा
हमार नदावत खेल
********************
संतोष फरिकार
देवरी भाटापारा
#मयारू
9926113995

1 टिप्पणी: