मंगलवार, 15 मार्च 2016

पागा कलगी क 5//रामेश्वर शांडिल्य


काबर खेली हम गिल्ली डंडा
हमरो बर ला दो गेंद बल्ला ।
चौका छक्का हमन लगाबो
देश म अपन नाव कमाबो।
काबर खेली हम भौरा बाटी
किरकेट खेलथे सब साथी ।
नई बनान हम घरघुदिया
कम्पूटर खेलत हे दुनियां ।
खो खो कबड्डी संतुल नदागे
गांव के सब खेल माटी सनागे।
धुराॅ माटी पानी म बोहागे
तइहा के खेल सब नदागे।
रामेश्वर शांडिल्य
हरदीबाजार कोरबा

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