शनिवार, 11 जून 2016

पागा कलगी-11//चैतन्य जितेन्द्र तिवारी

"बेटी ला शिक्षा अउ संस्कार दव"
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बेटी पढ़य अउ बेटी बढ़य
अइसन शिक्षा अउ संस्कार दव ।1।
पढ़ लिख के बनय आत्मनिर्भर
अइसन सुग्घर ज्ञान के भण्डार दव ।2।
अरे झन मारव बेटी ला गरभ म
झन करव महापाप, जीवनदान दव ।3।
बेटी करत हे अब बेटा कस काम
थामौ ओखर हाँथ दुनिया म आन दव ।4।
घर म हे नारी त सुख हे बड़ भारी
समझ मरम ला ए बात म धियान दव ।5।
बेटी हमर नौ कन्या इही दुर्गा दाई
झन समझौ अबला,मान सम्मान दव ।6।
नारी के महिमा पुरान सुनावत हे
मनखे कहत हे अउ कईसे परमान दव ।7।
भगवान घलोक अब गुनत होही
कइसे समझावव अउ का सद्ज्ञान दव।8।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ मुहिम ला
चलव जम्मों जुर मिल के अब साथ दव ।9।
अरे अब तो जागव अउ जगावव
भेदभाव ला मिटाए बर हाथ म हाथ दव ।10।
चैतन्य जितेन्द्र तिवारी
थान खम्हरिया(बेमेतरा)

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