गुरुवार, 9 जून 2016

पागा कलगी-11 //डी पी लहरे

"बेटी ल शिक्षा अउ संस्कार दौ"
ओखर हक के ओला अधिकार दौ
मयारू होथे बेटी
मया अउ दुलार दौ
पढा दौ लिखा दौ
दुनिया म चले बर सीखा दौ
अंधियारी म भटकय मत बेटी ह
स्कूल के रद्दा दिखा दौ
बडे बडे साहब बनही
करमचारी अउ अधिकारी बनही
बनके सिपाही धरके बंदूक तनही
बेटी ल शिक्षा अउ संस्कार दौ
ओखर हक के ओला अधिकार दौ
दरद ल जादा बेटी समझथे
बेटी ल मया के बौछार दौ
भेजव स्कूल बेटी ल
शिक्षा अउ संस्कार दौ
बेटी बेटा म भेद नईहे
दुनो ल बरोबर दुलार दौ
बेटी ल शिक्षा अउ संस्कार दौ
बेटी ल मया अउ दुलार दौ|
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रचना----डी पी लहरे
~~कवर्धा~~

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