झन काटव रुख ल।
झन काटव रुख ल।।
झन काटव रुख ल।।
उजर जाथे हमर खोंधरा
पाथन हमन जाड़ भोंभरा।
बड़ कल्लइ होथे जीये ल
मरथन जम्मों माइ पिला।।
पाथन हमन जाड़ भोंभरा।
बड़ कल्लइ होथे जीये ल
मरथन जम्मों माइ पिला।।
समझव भाखा,दुख ल।
झन काटव रुख ल।।
झन काटव रुख ल।।
धर के आरी तै काट देथच
टांगी टांगा ले छांट देथस।
ची ची चूं चूं करत रइथन
भिंया मा गिर गिर मरथन।।
टांगी टांगा ले छांट देथस।
ची ची चूं चूं करत रइथन
भिंया मा गिर गिर मरथन।।
छमा करव भूल चूक ल।
झन काटव रुख ल।।
झन काटव रुख ल।।
केप केप करथे पिला,
महतारी हर उड़ जाथे।
काट काट रुख राइ,
मनखे हर दुख लाथे।।
महतारी हर उड़ जाथे।
काट काट रुख राइ,
मनखे हर दुख लाथे।।
सही के सहथन भूख ल।
झन काटव रुख ल।।
झन काटव रुख ल।।
रुख काटे ले भईया
आसरा उजर जाथे।।
चिरई चुरगुन मन
बिन रुख मर जाथे।।
आसरा उजर जाथे।।
चिरई चुरगुन मन
बिन रुख मर जाथे।।
जीये देवव जिव मूक ल
झन काटव रुख ल।।
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🙏🏼राजकिशोर धिरही🙏🏼
ग्राम+पोस्ट-तिलई
तहसील-अकलतरा
जिला-जांजगीर चांपा(छ.ग.)
पिन-495668
झन काटव रुख ल।।
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🙏🏼राजकिशोर धिरही🙏🏼
ग्राम+पोस्ट-तिलई
तहसील-अकलतरा
जिला-जांजगीर चांपा(छ.ग.)
पिन-495668
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