"बेटी के सिक्छा अऊ संस्कार"
जेखर कोरा ले जनम धरेंन
वो दाई के सम्मान जरुरी हे
जेखर दम ले दुनिया टिके हे
वो नारी के पहिचान जरुरी हे
वो दाई के सम्मान जरुरी हे
जेखर दम ले दुनिया टिके हे
वो नारी के पहिचान जरुरी हे
बेटी करही अंजोर ये जग मा
फेर पहिली सिक्छा के दान जरुरी हे
समाज के सुग्घर आघू बढ़े बर
बेटी ला संस्कार के वरदान जरुरी हे
फेर पहिली सिक्छा के दान जरुरी हे
समाज के सुग्घर आघू बढ़े बर
बेटी ला संस्कार के वरदान जरुरी हे
भेदभाव मेटा के बेटी-बेटा ला
एक समझईया खानदान जरुरी हे
रद्दा भटकत लोग लईका मन बर
हमर संस्कृति के गियान जरुरी हे
एक समझईया खानदान जरुरी हे
रद्दा भटकत लोग लईका मन बर
हमर संस्कृति के गियान जरुरी हे
देवव ऊंच ले ऊंच सिक्छा बेटी ला
बेटी के अब बढ़ाना मान जरुरी हे
देवव संस्कार जनम ले हर बेटी ला
कलजुग मा देना धियान जरुरी हे
बेटी के अब बढ़ाना मान जरुरी हे
देवव संस्कार जनम ले हर बेटी ला
कलजुग मा देना धियान जरुरी हे
अब बंद करो ननपन के बिहाव
बिधवा के फेर अब बिहाव जरुरी हे
लेसईस गोसान संग आगी मे नारी
कुरीति के खच्चित मेटाव जरुरी हे
बिधवा के फेर अब बिहाव जरुरी हे
लेसईस गोसान संग आगी मे नारी
कुरीति के खच्चित मेटाव जरुरी हे
जम्मो समझे जम्मो बात ला अइसन
समाज मा सिक्छा आना जरुरी हे
बेटी जिनगी के पहिली अधार हरे
वोखर सिक्छा,संस्कार पाना जरुरी हे
समाज मा सिक्छा आना जरुरी हे
बेटी जिनगी के पहिली अधार हरे
वोखर सिक्छा,संस्कार पाना जरुरी हे
रचनाकार - ललित साहू "जख्मी"
ग्राम - छुरा
जिला- गरियाबंद (छ.ग.)
9144992879
ग्राम - छुरा
जिला- गरियाबंद (छ.ग.)
9144992879
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