सब प्रानी संग चिर ई चिरगुन
मन पारें गोहार
एहर हमर है जीये के अधार
झन का टो तुमन मितान
उमड़त घुमड़त करिया। बादर ल बलाके
एमन पानी बरसाथें ग
त हरियाथे हमर धरती दाई
सोनहा धान हर लहलहाथे खेत म
त किसान हर मुसकाथे ग मितान
एमे के फूल फल अमरित कस
एकर छाँव म जुड़ाथे ग प्रान
आज उजारबो हमन ऐला त न ई बाँचे ग हमर परान
सब झन मिलके किरिया खाई
जगाबो ग हमन रूख राई ल
हमर दाई के कोरा ल हरियर करबो
आऊ गरब बो बन जाबो एकर मितान
आऊ बचा बो सबके प्रान
आवा आवा ग मितान।
मन पारें गोहार
एहर हमर है जीये के अधार
झन का टो तुमन मितान
उमड़त घुमड़त करिया। बादर ल बलाके
एमन पानी बरसाथें ग
त हरियाथे हमर धरती दाई
सोनहा धान हर लहलहाथे खेत म
त किसान हर मुसकाथे ग मितान
एमे के फूल फल अमरित कस
एकर छाँव म जुड़ाथे ग प्रान
आज उजारबो हमन ऐला त न ई बाँचे ग हमर परान
सब झन मिलके किरिया खाई
जगाबो ग हमन रूख राई ल
हमर दाई के कोरा ल हरियर करबो
आऊ गरब बो बन जाबो एकर मितान
आऊ बचा बो सबके प्रान
आवा आवा ग मितान।
डा: गिरजा शर्मा
क्वार्टर-225,से-4/a
बालको नगर
कोरबा। (छ ग)
क्वार्टर-225,से-4/a
बालको नगर
कोरबा। (छ ग)
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