शुक्रवार, 8 जुलाई 2016

पागा कलगी-13/10/नन्द वर्मा

माटी के मितान संगवारी,
हरय हमर सबो किसान।
माटी निचोय ले तेल निकलही,
कहिथे हमर सियान।
कइसन ए जमाना हे के,
अलाली म मरय इंसान।
सियान मन दे दिस त,
बइठे खावत हे जवान।
एक बात कान खोल के सुनव,
भइया आज के पागल बईमान।
कामहु तभे तो खाहू ग,
माटी संग बद लओ मितान।
नन्द वर्मा,
नवागांव, नवागढ़,
मो. 9713208662

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