शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

पागा कलगी-13/41/ज्योति गेवल

🍂माटी के मितान 🍂
माटी हमर महतारी -
तै हस ओकर मितान -
सुन ले कमईया किसान -
अब आगे नावा जुग -
नागर बाईला ला सुरतावन दे..
🚜टेकटर मा झट से जुतावा ले..
जतन करले तै भुइयॉ के मितान..
बूंदी -बूंदी पछीना ला चुचवाय..
दया -मया करूना तोर मा हावे-
ओ माटी के मितान...
एकाईसवी सदी ह आगे -
नावा पीड़ी के नावा जुग आगे -
खेती -किसानी करेबर..
नावा -नावा खेती के सामान आगे
खेती के विधि बताये -
कृषि कालेज ह आगे..
अपन देश माटी के...
सेवा करे खातीर
नावा तौर -तरिका ला
तै जिंनगी घलो बनाले..
ओ माटी के मितान..
ओ कमइया किसान. .
🍂 Jyoti gavel 🍂
SECL KORBA

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