माटी के मितान
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धर के नांगर बईला तैहा
धनहा डोली जाथस••
कभु बो देथस बीज ल तैहा
कभु परहा लगाथस••
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धर के नांगर बईला तैहा
धनहा डोली जाथस••
कभु बो देथस बीज ल तैहा
कभु परहा लगाथस••
सब कहिथें तोला किसान रे "मोर माटी के मितान"
दिन भर खेत म रहिके तैहा जांगर टोर कमाथस••
पानी, झडी म रहिके
तैहा बासी चटनी खाथस••
पानी, झडी म रहिके
तैहा बासी चटनी खाथस••
सब कहिथें तोला महान रे "मोर माटी के मितान"
जम्मो परानी के पेट भरथस
धरती के सेवा करथस••
धरती के सेवा करथस••
का गरमी का बरसा म तैहा
हंकर हंकर कमाथस••
धरती दाई के कोरा म तैहा
रंग रंग अन उपजाथस••
हंकर हंकर कमाथस••
धरती दाई के कोरा म तैहा
रंग रंग अन उपजाथस••
तोला कहिथें भूईयाॅ के भगवान रे मोर"माटी के मितान"
रचना-डी .पी .लहरे
कबीरधाम छ .ग
कबीरधाम छ .ग
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