गुरुवार, 7 जुलाई 2016

पागा कलगी-13/4/दिलीप वर्मा

माटी के मितान
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माटी के मितान रे संगी
माटी के तै मितान 
तेंहा नगरिहा छत्तीसगढ़िया
कईथे तोला किसान
माटी के --------------
सेवा बजाथस धरती दाई के
मया दुलार ल पाथस
जांगर टोर मेहनत करके
अन येमा उपजाथस
तेंहा पाछु कभू नई घुंचस
मेहनत तोर भगवान।
माटी के--------
का सरदी का गरमी कहिबे
या कहिबे बरसात
तोर मेहनत ले सबो पसिजथे
का दिन अउ का रात
तें धरती के दुलरवा बेटा
सब ले तें धनवान।
माटी के मितान रे संगी
माटी के तै मितान।
दिलीप वर्मा
बलौदा बाजार
9926170342

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